भारतीय रेलवे: Concession और Discount
भारतीय रेलवे यात्रियों को बेहतर सेवाएँ प्रदान करने के लिए कई रियायतें और छूट उपलब्ध कराता है। ये रियायतें विभिन्न श्रेणियों के यात्रियों के लिए लागू होती हैंI यहाँ Indian Railway-Concession and Discount शीर्षक के अंतर्गत हम विस्तार से जानेंगे कि वर्तमान में रेलवे द्वारा दी जाने वाली प्रमुख Concession और Discount क्या हैं, और आप इन्हें कैसे प्राप्त कर सकते हैं।
रेलवे द्वारा कुल 53 प्रकारके डिस्काउंट दिए जाते थे. इनमें से 38 प्रकार के discount को कोविड-19 के समय बंद कर दिया गया. इसमें वरिष्ठ नागरिकों को दिये जानेवाले छूट भी शामिल है. वर्तमान में कुल 15 तरह के डिस्काउंट उपलब्ध है. इन्हें 3 केटेगरी में बांटा जा सकता है- 1.मरीज 2. विकलांग 3. विद्यार्थी
रोगी यात्रियों के लिए छूट
कैंसर रोगी
- कैंसर के मरीजों को इलाज या समय-समय पर जांच के लिए निम्न रियायतें मिलती हैं –
- स्लीपर क्लास और 3AC में 100%,
- 2nd और 1st क्लास में 75%,
- 1 AC और 2 AC में 50%
- एक एस्कॉर्ट को भी मरीजों के साथ समान रियायती प्रतिशत मिलता है।
- हालांकि, स्लीपर और 3AC में एस्कॉर्ट को 75% रियायत मिलती है
हृदय , किडनी तथा थैलेसीमिया के मेजर रोगी
इन रोगियों को उपचार के लिए अकेले या किसी अनुरक्षक के साथ यात्रा करने पर द्वितीय, एसएल, प्रथम श्रेणी, 3एसी, एसी चेयर कार में 75% तथा प्रथम एसी और 2एसी में 50% छूट मिलती है।
टी.बी./ल्यूपस वल्गेरिस रोगी
इन मरीज़ों को उपचार/समय-समय पर जांच के लिए अकेले या किसी अनुरक्षक के साथ यात्रा करने पर द्वितीय, एसएल और प्रथम श्रेणी में 75% रियायत मिलती है।
एड्स रोगी
नामित एआरटी केंद्रों पर उपचार या जांच के लिए दूसरे शहर जाने वाले एड्स रोगियों को द्वितीय श्रेणी में ट्रेन यात्रा के लिए 50% रियायत मिलती है।
गैर-संक्रामक कुष्ठ रोगी
उपचार या आवधिक जांच के लिए अकेले या किसी अनुरक्षक के साथ यात्रा करने वाले गैर-संक्रामक कुष्ठ रोगियों को द्वितीय, एसएल और प्रथम श्रेणी में 75% रियायत मिलती है।
अप्लास्टिक एनीमिया और सिकलसेल एनीमिया
अप्लास्टिक एनीमिया और सिकलसेल एनीमिया से पीड़ित मरीजों को उपचार या आवधिक जांच के लिए मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों द्वारा मान्यता प्राप्त अस्पतालों में यात्रा करने पर एसएल, एसी-2-टियर, 3एसी, एसी चेयर कार श्रेणियों के मूल किराए में 50% की छूट मिलती है।
ऑस्टोमी रोगी
किसी भी उद्देश्य से यात्रा करने वाले ऑस्टोमी रोगियों को MSTऔर QST में 50% की छूट मिलती है। यही बात एस्कॉर्ट पर भी लागू होती है।
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विकलांगों के लिए छूट
विकलांग श्रेणी के अंतर्गत, भारतीय रेलवे 4 प्रकार के दिव्यांग व्यक्तियों को स्लीपर और एसी क्लास में 25%-75% की छूट प्रदान करता है-
विकलांग रोगियों के प्रकार
आर्थोपेडिक रूप से विकलांग/पैराप्लेजिक व्यक्ति,
अंधे व्यक्ति,
मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति और
मूक-बधिर व्यक्ति
इस श्रेणी में, उस व्यक्ति की देखभाल करने वाले को भी ट्रेन में रियायत दी जाती है।
विकलांग केटेगरी में कन्सेशन के नियम
अस्थि विकलांग/पैराप्लेजिक व्यक्ति जो किसी भी उद्देश्य से ट्रेन से यात्रा करते समय एस्कॉर्ट के बिना यात्रा नहीं कर सकते हैं, उन्हें-
- द्वितीय, एसएल, प्रथम श्रेणी, 3एसी, एसी चेयर कार में 75% रेलवे रियायत,
- प्रथम एसी और 2एसी में 50%,
- राजधानी/शताब्दी ट्रेनों के 3एसी और एसी चेयर कार में 25% और
- एमएसटी और क्यूएसटी में 50% रेलवे रियायत मिलती है।
- एस्कॉर्ट को भी उतनी ही रियायत मिलती है।
- मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति (जो एस्कॉर्ट के साथ यात्रा नहीं कर सकते), अंधे व्यक्ति, बहरे और गूंगे व्यक्ति (दोनों एक ही व्यक्ति में एक साथ) किसी भी उद्देश्य के लिए अकेले या एस्कॉर्ट के साथ यात्रा करते समय द्वितीय, एसएल और प्रथम श्रेणी में 50% रियायत, एक एस्कॉर्ट के साथ एमएसटी और क्यूएसटी में 50% रियायत प्राप्त करते हैं।
विद्यार्थियों के लिए छूट
भारतीय रेलवे स्नातक तक की छात्राओं और कक्षा 12 तक के छात्रों के लिए IRCTC में रियायती टिकट जारी करता है, जो अपने होम टाउन और एजुकेशनल टूर पर जाते हैं, मेडिकल इंजीनियरिंग जैसी प्रवेश परीक्षा देने वाली छात्राएं आदि।
इन रेलवे रियायतों के तहत, छात्र स्लीपर और सेकंड सिटिंग क्लास में मासिक सीजन टिकट (MST) और त्रैमासिक सीजन टिकट (QST) प्राप्त कर सकते हैं। स्नातक तक की छात्राएं और कक्षा 12 तक के छात्र मुफ्त द्वितीय श्रेणी MST प्राप्त कर सकते हैं।
स्कूलों या विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित या मान्यता प्राप्त किसी भी टूर्नामेंट में भाग लेने वाले छात्र भी रियायत के लिए पात्र होंगे।
नोट- वरिष्ठ नागरिकों के लिए भारतीय रेलवे विशेष छूट प्रदान करता था लेकिन कोविड-19 के समय इसे बंद कर दिया गया था जो अभी तक फिर से चालू नहीं किया गया है। अर्थात वर्तमान में रेलवे में सीनियर सिटीजन को कोई कन्सेशन देय नहीं है।
रेल यात्रा में कन्सेशन के खास नियम
- कन्सेशन पाने के लिए टिकट काउंटर से ही टिकट बुक करना होगा. हालांकि विकलांग केटेगरी का टिकट irctc के वेबसाइट या ऐप से लिया जा सकता है.
- एक टिकट पर सिर्फ एक ही प्रकार का कन्सेशन मिलता है.
- कन्सेशन प्राप्त टिकट किसी दूसरे को ट्रान्सफर नहीं किया जा सकता .
- कन्सेशन सिर्फ मूल किराये पर ही देय होता है. सुपर फ़ास्ट चार्ज, रिजर्वेशन चार्ज आदि पर कन्सेशन नहीं दिया जाता.
- कन्सेशन पाने के लिए यात्रा की दूरी कम से कम 300 किमी होनी चाहिए.
- कन्सेशन वाले टिकट पर ब्रेक जर्नी अलाउ नहीं है.
- कन्सेशन वाले टिकट को उच्च श्रेणी के लिए अपग्रेड नहीं किया जा सकता.
- कन्सेशन के लिए उचित सर्टिफिकेट, आधार, पहचान पत्र के साथ रिजर्वेशन काउंटर पर जाना चाहिए. या रेलवे के मंडल या जोनल कार्यालय में कामर्शियल विभाग के सम्बंधित अधिकारी से सभी प्रमाणपत्र /कागजात के साथ मिलकर कन्सेशन देने का आदेश पत्र प्राप्त करके टिकट काउंटर पर जाना चाहिए.
निष्कर्ष
भारतीय रेलवे द्वारा दी जाने वाली रियायतें और छूटें यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा है। यह न केवल यात्रा को सस्ती बनाती है बल्कि विशेष जरूरतों वाले यात्रियों के लिए यात्रा को सुलभ भी बनाती है। इन रियायतों का सही और समय पर उपयोग करके, यात्री अपनी यात्रा को अधिक सुखद और आरामदायक बना सकते हैं। Indian Railway- Concession and Discount लेख के द्वारा आपने जाना कि रेलवे अपने यात्रियों को किस प्रकार की रियायतें और छूट करता है.
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