Women Safety in Train

क्या महिलाएं ट्रेन में सुरक्षित हैं? एक अवलोकन

महिलाओं की परिवार, समाज, देश में महत्वपूर्ण भूमिका होती है. हर रोज लाखों महिलाएं ट्रेन से सफर करती हैं. ट्रेन में सफर करते वक्त महिलाओं की सुरक्षा एक अहम मुद्दा है. इसलिए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना बहुत जरूरी हो गया है। भारतीय रेलवे ने उनकी सुरक्षित यात्रा के लिए हर संभव प्रयास किया है. जो महिलाये सपरिवार ट्रेन में यात्रा करती हैं वो तो सुरक्षित होती हैं. लेकिन अकेली यात्रा कर रही महिलाओं की सुरक्षा चिंता का विषय है. आप या आपके घर परिवार की किसी कारण कभी भी अकेले ट्रेन से यात्रा करनी पड़ सकती है. यहाँ Women Safety in Train शीर्षक के तहत अकेली महिला रेल यात्रिओं के सुरक्षा हेतु रेलवे द्वारा उठाये गए कदम पर चर्चा की जा रही है.

A woman travelling in train - woman safety in train

महिलाओं की सुरक्षा के लिए पहल

CCTV कैमरों की स्थापना

भारतीय रेलवे ने ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों में CCTV कैमरों की संख्या बढ़ा दी है। ये कैमरे 24×7 मॉनिटर किए जाते हैं, जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि का तुरंत पता चल सके और कार्रवाई की जा सके।

महिलाओं के लिए विशेष डिब्बे

कई ट्रेनों में महिलाओं के लिए विशेष डिब्बे होते हैं। ये डिब्बे गार्ड के कंपार्टमेंट के पास होते हैं ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

मोबाइल ऐप्स और हेल्पलाइंस

‘रेलवे हेल्पलाइन 182’ और ‘सहायक फॉर वूमेन’ मोबाइल ऐप महिलाओं को तुरंत मदद प्रदान करने के लिए उपलब्ध हैं। इन प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से यात्री उत्पीड़न की रिपोर्ट कर सकते हैं, मदद मांग सकते हैं और अपनी शिकायतों की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं।

सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाई गई

ट्रेनों और स्टेशनों पर महिला सुरक्षा कर्मियों की तैनाती बढ़ाई गई है। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) और गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) विशेष रूप से रात के समय ट्रेनों की पेट्रोलिंग में सक्रिय हैं।

पैनिक बटन और अलार्म चेन

आधुनिक डिब्बों में पैनिक बटन और अलार्म चेन लगाए जा रहे हैं जिन्हें आपात स्थिति में यात्री इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि रेलवे स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों को अलर्ट किया जा सके।

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विशेष परियोजनाएं और रूट्स

शहरी रेल नेटवर्क

मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और कोलकाता जैसे महानगरों में शहरी रेल नेटवर्क पर महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है। इन शहरों में परियोजनाओं में शामिल हैं:

  • मुंबई- लोकल ट्रेनों में महिलाओं के लिए विशेष डिब्बों की शुरुआत, बढ़ी हुई पेट्रोलिंग, और CCTV कैमरों की स्थापना।
  • दिल्ली- दिल्ली उपनगरीय रेलवे में RPF कर्मियों की तैनाती और पैनिक बटन की स्थापना।

लेडीज़ स्पेशल ट्रेनें

कुछ शहरों में ‘लेडीज़ स्पेशल’ ट्रेनें चलाई जा रही हैं, जो विशेष रूप से महिला यात्रियों के लिए हैं। ये ट्रेनें पीक ऑवर्स के दौरान चलती हैं ताकि कामकाजी महिलाओं की यात्रा सुरक्षित हो सके।

महिला शक्ति

इस विशेष पहल के तहत चुनिंदा लंबी दूरी की ट्रेनों में महिलाओं के लिए विशेष डिब्बे रखे गए हैं। इस परियोजना में महिला सुरक्षा कर्मियों द्वारा नियमित पेट्रोलिंग भी शामिल है ताकि यात्रा का माहौल सुरक्षित हो सके।

मेरी सहेली

  1. रेलवे ने मेरी सहेली नाम से एक योजना सितम्बर 2020 में शुरू किया. इसके तहत आर पी एफ अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम बनाई गई है जो ट्रेनों में पेट्रोल्लिंग करते है. ये टीमें यात्रियों को आरपीएफ सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 182, जीआरपी सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 1512 की जानकारी देते हैं और हेल्पलाइन नंबर 139 के बारे में भी बताते है जो चिकित्सा सहायता , कैटरिंग, साफ सफाई और लिनेन आदि के लिए होता है. कुछ सावधानियों के बारे में भी बताया जाता है. जैसे कि अजनबियों से खाना न लेना, केवल IRCTC अधिकृत स्टॉल से खाना खरीदना. अपने सामान का ख्याल रखना। मेरी सहेली टीम के लोग महिला यात्रिओं से संपर्क कर उनसे उनकी समस्या पूछते हैं. खासकर अकेली महिला यात्रिओं से उनके यात्रा का डिटेल लिया जाता है जैसे कोच नंबर और सीट नंबर आदि. ये डिटेल लेकर उस रूट के दूसरे टीम के सदस्यों को भेज देते हैं. इस प्रकार अकेली महिला के गन्तव स्टेशन तक टीम के सदस्य उनसे संपर्क में रहते हैं. यात्रा के अंत में उनसे फीडबैक लेकर Women Safety in Train को सुनिश्चित किया जाता है.

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महिला यात्रियों की संतुष्टि का स्तर

इन सुरक्षा उपायों की प्रभावशीलता को जानने के लिए विभिन्न सर्वेक्षण और फीडबैक तंत्र लागू किए गए हैं। हाल के सर्वेक्षणों के आधार पर कुछ जानकारियाँ इस प्रकार हैं:

सुरक्षा की बढ़ी हुई भावना

अधिकांश महिला यात्रियों ने CCTV कैमरों से संतुष्टि जाहिर किया है. ट्रेनों और स्टेशनों पर सुरक्षा कर्मियों की उपस्थिति के कारण अधिक सुरक्षित महसूस करने की बात कही है।

महिलाओं के लिए विशेष डिब्बों की सराहना

महिलाओं के लिए विशेष डिब्बों की उपलब्धता को विशेष रूप से रात में या सुबह जल्दी यात्रा करने वाली महिलाओं द्वारा बहुत सराहा गया है। ये डिब्बे सुरक्षा और आराम का माहौल प्रदान करते हैं।

प्रभावी हेल्पलाइंस

हेल्पलाइन सेवाओं और मोबाइल ऐप्स से त्वरित कार्यवाई और समय पर शिकायतों की सुनवाई के  लिए सकारात्मक फीडबैक प्राप्त किया है। महिलाओं ने तुरंत मदद मिलने पर संतोष व्यक्त किया है।

सुधार की गुंजाइश

 हालांकि महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, अभी भी सुधार की गुंजाइश है। यात्रियों ने सुझाव दिया है कि महिलाओं के लिए विशेष डिब्बों की संख्या बढ़ाई जाए और सुनिश्चित किया जाए कि हर ट्रेन में विशेष रूप से रात के समय महिला सुरक्षा कर्मियों की उपस्थिति हो।

निष्कर्ष

Women Safety in Train के लिए भारतीय रेलवे प्रतिबद्ध है. यह बात विभिन्न पहलों और परियोजनाओं के माध्यम से स्पष्ट है। CCTV कैमरों की स्थापना और महिलाओं के लिए विशेष डिब्बों, महिला सुरक्षा कर्मियों की तैनाती और मोबाइल ऐप्स ने उल्लेखनीय अंतर पैदा किया है। हालांकि, यह सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास और सुधार आवश्यक हैं कि महिलाएं ट्रेन से यात्रा करते समय पूरी तरह से सुरक्षित महसूस करें। महिला यात्रियों की प्रतिक्रिया और चिंताओं को ध्यान में रखते हुए, भारतीय रेलवे महिलाओं के संतुष्टि के स्तर को और बढ़ा सकता है।

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