रेलवे की अग्रिम आरक्षण सीमा – अब 60 दिन
भारतीय रेलवे हमारे देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है। यह न केवल एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रियों को पहुंचाने का माध्यम है, बल्कि वस्त्र, अनाज, सामान और अन्य कई चीज़ों को भी परिवहन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। देश की विशाल जनसंख्या के लिए भारतीय रेलवे यात्रा का सबसे भरोसेमंद और किफायती साधन है। प्रतिदिन लाखों लोग रेल यात्रा करते हैं और इसके सुचारू संचालन से देश की सामाजिक और आर्थिक ढांचा सुदृढ़ रहता है। हाल ही में रेलवे ने आरक्षण की समय सीमा में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है जिसे Time Limit For Advance Reservation 60 Days शीर्षक के तहत इस नए नियम को विस्तार से बताया गया है.
पहले 120 दिन की थी अग्रिम आरक्षण की सुविधा
अभी कुछ समय पहले तक भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए अग्रिम आरक्षण (Advance Reservation) की सुविधा 120 दिनों पहले से उपलब्ध करा रखी थी। इसका मतलब यह था कि कोई भी यात्री अपनी यात्रा की योजना 120 दिन पहले बना सकता था और अपना टिकट बुक कर सकता था। यह सुविधा यात्रियों को यात्रा के लिए पर्याप्त समय देने के लिए बहुत उपयोगी साबित होती थी, खासकर जब लंबी दूरी की यात्रा की बात होती थी।
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नया नियम: अब अग्रिम आरक्षण की सीमा 60 दिन
रेलवे ने कमर्शियल सर्कुलर NO. 10 /2024 दिनांक 16 . 10. 2024 जारी किया है, जिसके तहत अब अग्रिम आरक्षण की समय सीमा 120 दिन से घटाकर 60 दिन (यात्रा की तिथि को छोड़ कर) कर दी गई है। यह नियम 01.11.2024 से लागू हो होगा। इसका मतलब यह है कि अब यात्री अपनी यात्रा की योजना अधिकतम 60 दिन पहले ही बना सकेंगे। इस नियम के अनुसार –
- दिनांक 01. 11 . 2024 से सिर्फ 60 दिन पहले रिजर्वेशन कराया जा सकता है। 31. 10. 2024 तक कराये जा चुके रिजर्वेशन में कोई बदलाव नहीं होगा.
- हालाँकि 60 दिनों से पहले कराये जा चुके रिजर्वेशन कैंसल कराये जा सकते हैं.
- दिन के समय के कुछ विशेष एक्सप्रेस ट्रेनों जैसे ताज एक्सप्रेस, गोमती एक्सप्रेस आदि के मामले में कोई बदलाव नहीं होगा. इन ट्रेनों में जो रिजर्वेशन के जो लोअर टाइम लिमिट लागू हैं वही रहेंगे.
- फॉरेन टूरिस्ट के मामले में एडवांस रिजर्वेशन की जो 365 दिनों की सीमा है उसमें कोई चेंज नहीं होगा
रेलवे द्वारा जारी इस नियम के पत्र की फोटो कॉपी नीचे दी जा रही है –
इस बदलाव का उद्देश्य
रेलवे द्वारा यह बदलाव यात्रियों की सुविधा और टिकटों के कुशल प्रबंधन के दृष्टिकोण से किया गया है। कई बार यह देखा गया था कि लोग 120 दिन पहले से ही टिकट बुक करा लेते थे, लेकिन अंतिम समय में अपनी योजना बदल देते थे। इससे रेलवे को आखिरी वक्त में बहुत सारी टिकटें रद्द करनी पड़ती थीं और अन्य यात्रियों को यात्रा के लिए टिकट मिलने में कठिनाई होती थी।
अग्रिम आरक्षण की सीमा को घटाने से यह उम्मीद की जा रही है कि यात्रियों की योजना और टिकट बुकिंग के बीच अधिक सटीकता आएगी और अंतिम समय में टिकट रद्दीकरण की संख्या कम होगी। इसके साथ ही, अधिक लोगों को यात्रा के करीब होते समय टिकट प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
इस बदलाव का प्रभाव
1. यात्रा की योजना में बदलाव: अब यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बहुत पहले नहीं नहीं बल्कि कम समय में बनानी होगी। खासकर जो लोग व्यवसायिक या सामाजिक कारणों से लंबी अवधि के लिए यात्रा की योजना बनाते थे, उन्हें इस बदलाव से थोड़ी असुविधा हो सकती है।
2. टिकटों की उपलब्धता: पहले 120 दिन की अवधि में लोग पहले से ही सभी टिकट बुक कर लेते थे, जिससे कई बार आखिरी समय में टिकट मिलना मुश्किल हो जाता था। 60 दिन की नई सीमा से अंतिम समय पर यात्रा करने वालों के लिए टिकट उपलब्धता बेहतर हो सकती है।
3. रद्दीकरण में कमी: 120 दिन पहले बुक किए गए टिकट अक्सर योजनाओं में बदलाव के कारण रद्द हो जाते थे। 60 दिन की सीमा से यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बनाने और टिकट बुक करने के बीच कम समय मिलेगा, जिससे रद्दीकरण की संभावना भी कम होगी।
4. दूरस्थ यात्रियों पर प्रभाव: जो लोग त्योहारों, शादियों या किसी महत्वपूर्ण कार्यक्रम के लिए लंबी दूरी की यात्रा करते हैं, उन्हें अपनी यात्रा की योजना अब और अधिक सटीकता के साथ बनानी होगी, क्योंकि उनके पास अग्रिम बुकिंग के लिए पहले की तरह 120 दिन नहीं होंगे।
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कैसे करें तैयारी?
सही समय पर योजना बनाएं: चूंकि अब अग्रिम बुकिंग का समय घटा दिया गया है, इसलिए यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना 60 दिनों के भीतर ही बनानी होगी। इसलिए, अगर आप अपनी यात्रा की योजना पहले से ही बना रहे हैं, तो ध्यान रखें कि 60 दिन पहले से ही टिकट बुक करने की प्रक्रिया शुरू करें।
बैकअप योजना रखें: अगर आपको निश्चित नहीं है कि आप यात्रा करेंगे या नहीं, तो एक बैकअप योजना तैयार रखना भी एक अच्छा विचार हो सकता है, ताकि टिकट बुकिंग या कैंसिलेशन के समय में कोई दिक्कत न हो।
नये नियम का भविष्य
भारतीय रेलवे ने यह बदलाव यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया है, और यह देखा जाना बाकी है कि यह यात्रियों के लिए कितना प्रभावी साबित होता है। हालांकि, भारतीय रेलवे की साख और उसके द्वारा किए जा रहे प्रयास यात्रियों की सुविधा के लिए होते हैं, इसलिए यह बदलाव भी यात्रियों के लिए फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। रेलवे की यह पहल यात्रियों के लिए एक नए अनुभव के साथ आएगी, और उम्मीद की जा रही है कि इससे यात्रा की योजना और बुकिंग की प्रक्रिया में सुधार होगा।
निष्कर्ष
भारतीय रेलवे द्वारा अग्रिम आरक्षण की सीमा को 120 दिनों से घटाकर 60 दिन करना एक महत्वपूर्ण बदलाव है। इससे न केवल यात्रियों को यात्रा की योजना बनाने में सुविधा होगी, बल्कि टिकट बुकिंग और रद्दीकरण के बीच संतुलन भी बना रहेगा। यात्रियों को अब अपनी यात्रा की योजना जल्दी और सही समय पर बनानी होगी, ताकि उन्हें टिकट बुक करने में कोई परेशानी न हो।
Time Limit For Advance Reservation 60 Days शीर्षक के अंतर्गत आपने ६० दिन पहले रिजर्वेशन के नए नियम के बारे में विस्तार से जाना. अब आपकी जिम्मेदारी है कि इस महत्वपूर्ण जानकारी को दूसरे लोगों के साथ शेयर करें। शेयर बटन निचे दिए गए हैं. कमेंट सेक्शन में अपने विचार जरूर व्यक्त कीजिये.