CRIS- एक परिचय
इसका फुल फॉर्म है- CENTRE FOR RAILWAYS INFORMATION SYSTEM . इसकी स्थापना 1986 में इंडियन रेलवे द्वारा की गई थी. इसका मुख्यालय चाणक्यपुरी नई दिल्ली में है. CRIS के क्षेत्रीय कार्यालय कोलकाता, मुंबई, चेन्नई, सिकंदराबाद और पहाड़गंज नई दिल्ली में है. यह आईटी प्रोफेशनल्स और कंप्यूटर के क्षेत्र में रेलवे के स्किल्ड कर्मचारियों का संगठन है. यह एक ऑटोनॉमस ऑर्गनाइजेशन है जो इंडियन रेलवे की सब्सिडियरी है.
CRIS- उद्देश्य
CRIS का कार्य है इंडियन रेलवे के कंप्यूटरीकरण और विकास के लिए रेलवे के महत्वपूर्ण इंफॉर्मेशन सिस्टम्स की डिजाइन तैयार करना, उसको डेवलप करना, लागू करना और उनका मेंटेनेंस करना.
CRIS- कार्यक्षेत्र
CRIS निम्नलिखित क्षेत्रों में सॉफ्टवेयर डिवेलप करने और मेंटेन करने का कार्य कर रहा है-
- टिकट और यात्री सेवाएं
- माल वाहन सेवाएं
- ट्रेन ऑपरेशन
- संपत्ति प्रबंधन
- मानव संसाधन और लेखांकन
- प्रोक्योरमेंट और ऑटोमेशन
Govrnment e-Marketing (GeM) से पैसा कैसे कमायें? ये जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
CRIS की मुख्य परियोजनाएं
- FREIGHT OPERATION
INFORMATION SYSTEM (FOIS) का कंप्यूटरीकरण - PASSENGER RESERVATION
SYSTEM (PRS) - NEXT-GENERATION
E-TICKETING - UNRESERVED TICKET SYSTEM (UTS)
का कंप्यूटरीकरण - NATIONAL TRAIN ENQUIRY
SYSTEM (NTES) - WEB-ENABLED CLAIMS
- RAIL BUDGET COMPILATION
SYSTEM - CASE MONITORING SYSTEM
- IPAS- PAY ROLL AND
ACCOUNTING - WORKSHOP INFORMATION
SysTem (WISE) - CREW MANAGEMENT
- CONTROL OFFICE APPLICATION
- E-PROCUREMENT
- SOFTWARE FOR LOCOMOTIVE
ASSET MANAGEMENT (SLAM) - THE TRACK MANAGEMENT (TMC)
- INTEGRATED MATERIAL
MANAGEMENT SYSTEM (iMMS)
पैसेंजर, पार्सल और माल बुकिंग के सभी कार्य क्रिस द्वारा तैयार किये गये कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के द्वारा किये जाते हैं। ठेकेदार के बिल, रेलवे कर्मचारियों की सैलरी और भुगतान के सभी काम भीअब क्रिस के सॉफ्टवेयर के द्वारे ही किये जाते हैं। जो काम पहले लेटर और बड़ी बड़ी फाइलों के द्वारा किया जाता था अब तो अब वो सब भी E-OFFICE के द्वारा किया जाने लगा है जो सच में एक क्रांतिकारी क़दम है। लेटर, फ़ाइल, रजिस्टर सब कुछ कंप्यूटर में समां गया है।
इस संगठन ने रेलवे की कार्यप्रणाली को फाइलों, रजिस्टरो और कागजों से उठाकर कंप्यूटर में डाल दिया है। इतना ही नहीं है। इसने कंप्यूटर और मोबाइल के जरिए रेलवे की हर सेवा तक उपभोक्ताओं की पहुंच को बहुत आसान कर दिया है। CRIS ने रेलवे के हर फील्ड में कंप्यूटर का अधिकाधिक इस्तेमाल करके रेलवे के कामकाज के क्षेत्र में अभूतपूर्व क्रांति ला दी है। इसलिए यह गर्व के साथ कहा जा सकता है कि CRIS भारतीय रेलवे के इतिहास में मील का पत्थर है।
डिजिटल इंडिया का सपना साकार करने में CRIS ने रेलवे में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
मैंने अपनी जानकारी आप तक पहुंचा दी। अब आपकी बारी। आप भी CRIS- CENTRE FOR RAILWAYS INFORMATION SYSTEM की जानकारी दूसरे लोगों के साथ जरूर शेयर कीजिये।
शेयर बटन नीचे दिये गये हैं ↓