GeM-सरकार को बेचें अपना माल और हो जायें मालामाल
सरकारी कार्यालयों में सामान सप्लाई का काम करने के लिए अब किसी पहचान या पैरवी की जरुरत नहीं है. अब कोई भी व्यक्ति अपना आवश्यक रजिस्ट्रेसन और अन्य औपचारिकताएँ पूरी करा कर ऑनलाइन माल सप्लाई का बिजनेस कर सकता है. पूरी जानकारी के लिए ये पोस्ट पढ़िए और धन अर्जन शुरू करके संपन्न जीवन जियें.
कुछ लोग क्यों नहीं बेचते सरकार को अपना माल/सेवाएं-
अधिकांश लोग सरकार को अपना माल/ सेवायें बेचने से कतराते हैं क्यों कि –
- लोग सोचते हैं कि इसके लिए सरकारी कार्यालय में सेटिंग होना जरुरी होता है।
- मन में डर रहता है कि पेमेंट के लिए सरकारी कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते है।
- पता नहीं कुछ लाभ/बचत होगा भी कि नहीं।
- आशंका रहती है कि पता नहीं कितने दिनों में भुगतान मिलेगा।
क्या आप सरकार को अपना माल/सेवाएं बेचना चाहेंगे यदि –
- आपको सरकारी कार्यालय में जाना ही न पड़े ,
- पेमेंट लेने के लिए किसी की सिफारिस न करनी पड़े ,
- माल या सेवाएं बेचने के लिए किसी बिचौलिए की जरुरत ही न पड़े ,
- निश्चित अवधि में ही आपको भुगतान आपके बैंक अकाउंट में मिल जाये।
मैं जानता हूँ कि आपका जवाब “यस” ही होगा। तो तैयार हो जाईये केंद्र सरकार , राज्य सरकार या सरकारी एजेंसीज के साथ बिज़नेस करने के लिए। सरकार ने ऊपर लिखी सारी सुविधाएँ आपको उपलब्ध करने के लिए GeM पोर्टल वर्ष 2016 में ही लांच कर दिया है। अब निर्भय हो कर करें व्यापार और बनें मालामाल।
GeM क्या है?
सरकारी विभागों के लिए सामान के सप्लाई/ खरीद का कार्य कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के अधीन डायरेक्टर ऑफ़ जनरल सप्लाइज एंड डिस्पोजल्स (DGS&D ) के द्वारा किया जाता था। सरकारी कार्यों में पारदर्शिता सरकार की प्राथमिकता रही है। इसी कड़ी में DGS&D ने सरकारी विभागों के लिए गुड्स एंड सर्विसेज की खरीद के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार कराया जिसका नाम Government e-Marketplace (GeM ) रखा गया। ये सिस्टम पूर्णतया पेपरलेस, कॉन्टैक्टलेस और कैशलेस है। 9 August 2016 को वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने इस पोर्टल का उद्घाटन किया। इस पोर्टल का लाना सरकार का एक बहुत साहसिक कदम है। इस पोर्टल ने सरकारी खरीद में बिचौलियों के कारण होने वाली बहुत सी समस्यायों को दूर कर दिया।
GeM के द्वारा कैसे करें व्यापार
GeM के द्वारा बिज़नेस करने के लिये आपके पास बैंक अकाउंट, पैन, आधार, जी एस टी नंबर होना चाहिए। इसके बाद आप ये स्टेप्स फॉलो करें-
GeM पोर्टल पर अपना अकाउंट बनायें
अकाउंट बनाने के लिए gem.gov.in पोर्टल ओपन करें । Signup पर क्लिक करें। एक फॉर्म खुल जायेगा। इसमें आपके बारे में जो कुछ भी जानकरी माँगा जाये वो सही सही लिख दीजिये। पासवर्ड डालिये। सेव करने से पहले एक बार पूरा फॉर्म जरूर पढ़ लें। फॉर्म पूरी तरह से भर कर सबमिट कर दीजिये। इस प्रकार से आपका अकाउंट बन जायेगा। अब आप GeM पर बिज़नेस करने के लिए एलिजिबल हैं।
अपने प्रोडक्ट का GeM पोर्टल पर कैटेलॉग बनायें
- Gem पर अकाउंट बन जाने के बाद इस पोर्टल पर login करें।
- आप जो प्रोडक्ट सप्लाई करना चाहते है। उसका कैटेलॉग बनाये। इसके लिए आपको निम्न डिटेल भरने होंगे –
- General Information
- Product Information
- Offering Quantity and Price
- Product Specification
- Upload Image of your product
- Check Terms and Conditions
- Press ‘Publish’ botton
ऊपर की प्रक्रिया पूरी करने पर आपका प्रोडक्ट पोर्टल पर ऐड हो जायेगा। GeM पर आप अपनी खुद की बनायीं वस्तुओं का या किसी अन्य कंपनी के प्रोडक्ट का बिज़नेस कर सकते हैं। यदि आप अपना सामान बेचना चाहते हैं तो पहले आप अपने ब्रांड का रजिस्ट्रेशन करा लें फिर GeM पर उसका कैटेलॉग बनायें।
नोट – GeM पर अपना अकाउंट बनाने या कैटेलॉग बनाने के दौरान कहीं पर भी अपना नाम, पता, फ़ोन नंबर आदि हरगिज न भरें।
GeM से आर्डर प्राप्त करें
जिस किसी कार्यालय को आपके प्रोडक्ट की जरुरत होगी GeM पोर्टल पर उपलब्ध सभी ऑफर को चेक करेगा और न्यूनतम प्राइस वाले को ऑफर फॉर्म भेजेगा। दूसरा तरीका ये है कि आप Bidding में भाग लें। आपका रेट लोएस्ट होने पर आपका Bid एक्सेप्ट हो जायेगा और सप्लाई का आर्डर मिल जायेगा। सप्लाई के बाद फिक्स्ड पीरियड में पेमेंट अकाउंट में पहुँच जायेगा। यदि आपके प्रोडक्ट उच्च क्वालिटी के होंगे तो आपको लगातार आर्डर मिलते रहेंगे और इस तरह घर बैठे, बिना सरकारी कार्यालय का चक्कर लगाए आप केंद्र या राज्य सरकार के साथ सफलतापूर्वक बिज़नेस कर सकते हैं।
सरकार द्वारा प्रदत्त इस सुविधा का लाभ उठाईये और दूसरे लोगों के साथ इस पोस्ट को शेयर करके उन्हें भी इसके लिए प्रेरित कीजिये। शेयर बटन नीचे दिये गये हैं ↓